08 / 20 South Patel Nagar New Delhi - 110008
March 30, 2024 10:38 PM Vastu
Vastu Purush

Vastu Purush की उपयोगिता क्या है ?

वास्तु शास्त्र के बारे में तो सब जानते होंगे , पर क्या आपके इसके पीछे की कहानी पता है ? आखिर आप भी सोचते होंगे , की घर -घर में इस्तेमाल होने वाली वास्तु  आखिर आया कहाँ से ? क्या इनके पीछे भी कोई कहानी है ? तो आप बिलकुल सही सोच रहे क्यूंकि  Vastu  Purush , भवन का प्रमुख देवता माना जाता है।  ऐसा मन जाता है की वास्तु पुरुष भूमि पर अधोमुख है , यानि  मुंह जमीन की तरफ और पीठ ऊपर की ओर है।  सिर ईशान कोण यानी उत्तर-पूर्व दिशा में, पैर नैऋत्य कोण यानी दक्षिण-पश्चिम दिशा में है। इस तरह उनकी भुजाएं पूर्व और उत्तर में हैं।

 

वास्तु के पवित्र विज्ञानं का सार बस एक ही रहस्य में पाया जाता है और वह है Vastu  Purush मंडल।  अपने गणित जैसी सुंदरता के कारण इस ब्रह्मांडीय ज्यामितीय चमत्कार का उपयोग आवासीय संरचनाओं, अग्नि वेदियों, मंदिरों, पूरे गांवों और यहां तक ​​कि शहरों से लेकर समय की शुरुआत से सब कुछ बनाने के लिए किया गया है। अतः वास्तु कला और शास्त्र को जानना जरूरी है , पर उससे पहले हमें वास्तु पुरुष के बारे में जान लेना चाहिए। 

 

वास्तु पुरुष मंडल मूल :

हिन्दू धर्म के पौराणिक कथाओं  के अनुसार यह सृष्टि यानि यह धरती तीन बड़े देवो के वजह से चलती है।  यह तीन देव है ब्रह्मा , विष्णु और महेश। ब्रह्मा जगत के निर्माण करते हैं , विष्णु जी पालते है और शिव जी विनाश।  वास्तु पुरुष , ब्रह्मा जी द्वारा निर्मित  था।  कहानी इस प्रकार थी की ब्रह्मांड में जीवन उत्पन्न करने का प्रयास करते समय, वह एक ब्रह्मांडीय प्राणी, “वास्तु पुरुष” के साथ आए, जो बहुत विशाल था।  क्यूंकि वह विशाल था , तो उसे भूख भी बहुत लगता था तो वह रास्ते में आयी हर चीज़ को खा जाता था। 

खाने के वजह से वह बहुत बड़ा हो गया और उसकी विशाल काया के कारण पुरे ग्रह पे एक ग्रहण बन गया।  यह देख सब घबरा गए और यहाँ तक भगवन शिव और विष्णु  भी ब्रह्मा जी को समझाने पहुंचे।  उन्होंने विशालकाय वास्तु पुरुष को रोकने का अनुरोध किया। 

 

कैसे रोका गया वास्तु पुरुष को ?

इसे समझने के बाद, ब्रह्मा ने अष्ट दिक्पालकों (आठ प्रमुख दिशाओं के देवता और संरक्षक) से सहायता का अनुरोध किया। वास्तु पुरुष को ब्रह्मा सहित कुल 45 देवताओं ने जमीन पर गिरा दिया था। जब ब्रह्मा ने उसे पकड़ लिया, तो अन्य देवता उसके हाथ, पैर और उसके शरीर के अन्य हिस्सों को पकड़ने के लिए दौड़ पड़े। इस स्थिति में उसका सिर उत्तर की ओर और पैर दक्षिण की ओर होते हैं।

वास्तु पुरुष रोने लगे और उन्होंने इस समय ब्रह्मा से सहायता की याचना की। उन्होंने सभी को याद दिलाया कि ब्रह्मा उनके निर्माता थे, उनके पास मौजूद हर गुण वास्तव में स्वयं ब्रह्मा द्वारा उन्हें दिया गया था; इस प्रकार, उन्होंने इसके लिए दंडित न किये जाने का उल्लेख किया। ब्रह्मा उससे सहमत हुए और निश्चय किया कि उसे किसी तरह पुरस्कृत किया जाना चाहिए।

ब्रह्मा ने वास्तु पुरुष को एक शाश्वत प्राणी और पृथ्वी की एक अविभाज्य इकाई में बदल दिया। वास्तु पुरुष की पूजा उन प्राणियों द्वारा की जाएगी जो सहस्राब्दियों तक पृथ्वी पर किसी भी भवन का निर्माण उनके आशीर्वाद के अनुसार करते हैं। जो लोग इसे समझने से इनकार करते हैं, उन्हें वास्तु पुरुष, जिनके पास असीमित धैर्य है, जी भर कर चिढ़ा सकते हैं। परिणामस्वरूप, वास्तु पुरुष मंडल का निर्माण हुआ

 

vastu purush

 

Vastu  Purush  मंडल का महत्व :

  • वास्तु पुरुष मंडल पर आधारित इमारतों का निर्माण खाली प्लॉट की खुदाई से शुरू होता है।
  • निर्माण के दौरान, इमारत के आगे बढ़ने के साथ-साथ देवताओं की स्थिति भी बदलती है।
  • वास्तु पुरुष मंडल के अनुसार, मुख्य द्वार और फर्श की योजना को डिज़ाइन किया जाता है।
  • इसके परिणामस्वरूप, निवासियों को प्रचुर धन प्राप्त होता है।
  • वास्तु पुरुष मंडल को चार्ट में दर्शाने के लिए 360-डिग्री चार्ट प्रदर्शित किया जाता है, जिसमें 45 देवताएं होती हैं।
  • इसमें 13 आंतरिक देवताएं और 32 बाहरी देवताएं होती हैं, जो निवास के विभिन्न पहलुओं को दर्शाती हैं।
  • कमरों और अन्य क्षेत्रों की व्यवस्था में, वास्तु पुरुष मंडल के अनुसार देवताओं के गुण प्रसारित होते हैं जो उनके संबंधित क्षेत्रों को नियंत्रित करते हैं।

 

FAQ:

प्र 1: वास्तु पुरुष क्या है और इसका महत्व क्या है?

वास्तु पुरुष एक पौराणिक धार्मिक विश्वास है जो भारतीय वास्तुकला में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इसके अनुसार, भूमि के हर भाग में वास्तु पुरुष के साथ उसके अनुसार संरचित जाना चाहिए। यह उपाय करने से निवासियों को सकारात्मक ऊर्जा का लाभ होता है और उनके जीवन में संतुलन बना रहता है।

 

प्र 2: क्या वास्तु पुरुष मंडल केवल घरों के लिए होता है?

उत्तर: नहीं, वास्तु पुरुष मंडल सिर्फ घरों के लिए ही नहीं होता। यह मंदिर, कार्यालय, उद्योग और अन्य इमारतों के लिए भी उपयोगी है। इसका उद्देश्य उपयोगकर्ताओं को सकारात्मक ऊर्जा और समृद्धि प्रदान करना होता है।

 

प्र 3: क्या वास्तु पुरुष का अनुसरण करने से संघर्ष और समस्याओं का समाधान हो सकता है?

उत्तर: हाँ, वास्तु पुरुष के अनुसार भूमि का उपयोग करने से व्यक्ति अपने जीवन में संतुलन और शांति बनाए रख सकता है। इससे निवासी संघर्षों और समस्याओं को सामना करने की क्षमता में सुधार हो सकता है और उन्हें समाधान ढूंढने में मदद मिल सकती है।